रजनी वर्मा जी द्वारा अद्वितीय रचना#

**नमन मंच**
**दिनांक -12/11/ 2020**
**राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय 'बदलाव मंच' साप्ताहिक प्रतियोगिता**
**विषय - दीपोत्सव**
**विधा - कविता**
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दीपवलय सज्जित है
रंगोली द्वार सजी है
राम की अयोध्या वापसी की
स्मृति में हम खुशी मनाएं।

अमावस की यामिनी ने
किया श्रृंगार है 
प्रज्जवलित मालिका है
उमंग अपार है।

बंधमुक्त अंतस तम से हो
प्रज्ञा दीप जलाओ
आया फिर दीपपर्व मंगल 
त्यौहार है।

श्री समृद्धि के स्वागत को 
स्व सामर्थ्य सजाओ 
रिद्धि सिद्धि मिले सदा
विनती बारंबार है।

दीप पर्व की मंगल बेला
समृद्धि अक्षय हो यही उदगार है।

**रजनी वर्मा**
  **भोपाल**

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