कवि राजेश तिवारी मक्खन द्वारा 'गुरु नानक देव' विषय पर रचना

बदलाव नमन मच प्रतियोगिता 30/11/2020 सोमवार
विषय : गुरु नानक देव
विधा : काव्य
 
नानक नमस्कार शत बार ।
श्री गुरु ग्रंथ साहब सिरमोर ।
इन सम पूज्य नहीं कोई और ।।
जो बोले सो होय निहाल ।
जय जय होवे तख्त अकाल ।।
पंच प्यारे है आप सहारे ।
सब सिखों के काज सवारे ।।
सवा लाख ते एक लडाऊ ।
तभी गुरु का शिष्य कहाऊ ।।
यहाँ न ऊँच नीच है कोई ।
समता की महिमा है बोई ।।
पंच ककार आप अपनाओ ।
खालसा वाह गुरु जी कहाओ ।।
गुरुद्वारा है जग सिर मौर ।
लंगर छकना एक एक कौर ।।
मिलता सबको प्यार अपार ।
नानक नमस्कार शत बार ।।

मेरी रचना मौलिक व स्वरचित है ।
राजेश तिवारी मक्खन 
झांसी उ प्र

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