शशिलता पाण्डेय जी द्वारा खूबसूरत रचना#

नमन बदलाव मंच
दिवस:-गुरुवार
दिनांक:-10/12/2020
विधा:-काव्य
बिषय:-मानवाधिकार
मानवाधिकार
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हर व्यक्ति का निजी अधिकार,
स्वतंत्रता,समानता और सम्मान।
जाति- धर्म सम्पूर्ण विश्व के हो बराबर,
किया गया तैयार एक नया विश्वविधान।
10 दिसम्बर 1948 को हुआ तैयार ,
12 अक्टूबर 1993 को मानवाधिकार का गठन।
भारत मे 28 सितंबर 1993 को कानून तैयार,
 भेदभाव रहित सभी मानव हो एक समान।
अर्थपूर्ण जीवन जीने का सपना साकार,
शोषण मुक्त समाज समान अर्थ शिक्षा समान। 
सुरक्षित हो अपना निजी अधिकार,
लिंगभेद मिटाकर मिले समान वेतन।
जाति-पाती धर्म को मिटाकर,
सबको जीने का अधिकार समान।
,सबको मिले सामाजिक सम्मान बराबर,
स्त्री-पुरुष को बराबरी का योगदान।
स्वास्थ्य,शिक्षा,रोजगार का अधिकार,
बाल-विवाह के विरुद्ध बना कानून।
विधवा-विवाह के अंर्तगत मानवाधिकार,
बना बाल-मजदूरी के विरुद्ध कानून।
मानवाधिकार बना ब्यक्तिगत खुशहाली का आधार,
कठोर कानून मानव-तस्करी और स्त्री-शोषण।
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स्वरचित और मौलिक
सर्वधिकार सुरक्षित
कवयित्री:-शशिलता पाण्डेय

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