भास्कर सिंह माणिक,कोंच जी द्वारा#आत्मिर्भर भारत की उड़ान#

मंच को नमन
राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय बदला मंच
बदलाव मंच विशेष एक दिवसीय प्रतियोगिता
दिनांक -08-12-20
विषय- आत्मनिर्भर  भारत की उड़ान , विज्ञान एवं तकनीकी में योगदान
विधा -गद्य रचना

आज
हमारा देश
विश्व में अनूठी
ख्याति सम्मान
गौरव यश पा रहा है
यह सब
आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।

अन्य देशों की अपेक्षा
आज हमारा देश
विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में
अग्रपंक्ति में
खड़ा दिखाई दे रहा है
यह हमारे देश के वैज्ञानिकों का
अथक श्रम ,लगन, निष्ठा
और
देश प्रेम
आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।


अनेक देश
हमारे देश से
आयात निर्यात
करने के लिए
अनुरोध करते हैं
हमारे वैज्ञानिकों ने
बड़े-बड़े
अनूठे शोध कर
अन्य देशों को
अचंभित कर दिया
इतना ही नहीं
हमारे देश की परंपराएं
हमारे देश की संस्कृति
हमारे देश के उद्देश्य से
प्रभावित होकर
वह अपने बच्चों को
भारत में शिक्षा के लिए
तकनीकी ज्ञान के लिए
भेज कर
गौरव का अनुभव प्राप्त करते हैं
हमारे  विश्वास
अडिग निर्णय
त्याग की चर्चा करते हुए
विदेशों के विद्वान
हमारे देश की प्रशंसा करते हैं
यह सब
भारत की
आत्मनिर्भर उड़ान की शक्ति
विज्ञान एवं तकनीकी
विकास प्रगति का घोतक है
यह सब
निर्भरता का प्रतीक है।

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मैं घोषणा करता हूं कि यह रचना मौलिक स्वरचित है।
       भास्कर सिंह माणिक,कोंच

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