वर्ष 2020 का आखरी दिन
वर्ष 2020 का आखिरी दिन है
खुशी और गम का रहा है साया ।
समय को जाते समय न लगता
समय का काम समय पर होता ।
सुख दुख जीवन के हिस्से है
बस समय पर आते जाते है
जीवन में सब सहना पड़ता
कोई ,लड़ता कोई झगड़ता ।
समय के साथ जो चल न पाया
जीवन भर फिर वो पछताया
समय का चक्र हमेशा चलता
भेद भाव न किसी से करता ।
समय की लीला अजब निराली
धूप छांव सी आती रहती है ।
अच्छा जिसके साथ हुआ
उसके घर में खुशियां होती है ।
साल बीत गया वर्ष 2020
आखिरी दिन इसका आया।
कोरोना बीमारी ने बहुत सताया
सबको लाक डाउन में बंद कराया ।
कल क्या होगा किसने देखा
नया साल जब आयेगा ।
इन्तजार है नये साल का
खुशियाँ लेकर जब आयेगा
वर्ष 2020 की करे विदाई
सबके मन को जो है भाई ।
नया साल जो अब आयेगा
करते सब मिलकर अगुआई ।
अनन्तराम चौबे अनन्त
जबलपुर म प्र /2747/
31/12/2020
9770499027
0 टिप्पणियाँ