2020 अच्छी यादें # *डॉ. प्रकाश मेहता जी द्वारा अद्वितीय रचना#

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय 'बदलाव मंच'
साप्ताहिक प्रतियोगिता
दिनांक- 03.01.2021
विषय- 2020 अच्छी यादें 
विधा- संस्मरण
*साइकिल फिर बन रही है जिंदगी का हिस्सा..!!*
2020 में कोविड़ के कारण लोग सोशल डिस्टेंसिंग रखना चाहते थे अतः सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करने के लिए लोग साइकिल खरीद रहे हैं।
लोग हैल्थ के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं और कोविड़ के डर से सोशल डिस्टेंसिंग भी चाहते हैं। *इस वजह से साइकिल की बिक्री के साथ-साथ ग्लोबल बाजार में साइकिल कंपनियों के शेयर भी बढ़े हैं।*
*साइकिलिंग अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक है,*
*ये हास्यास्पद लगता है परन्तु सत्य है क्योंकि...*
एक साइकिल चलाने वाला देश के लिए बहुत बड़ी आपदा है क्योंकि... 
वो कार नहीं खरीदता
वो लोन नहीं लेता
वो कार का बीमा नहीं करवाता
वो तेल नहीं खरीदता
वो कार की सर्विसिंग नहीं करवाता
वो पैसे देकर गाड़ी पार्किंग नहीं करता
वो मोटा (मोटापा) नहीं होता
*जी हां, यह सत्य है कि स्वस्थ व्यक्ति अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं है।*
वो दवाईयां नहीं खरीदता
वो अस्पताल व चिकित्सक के पास नहीं जाता
वो राष्ट्र की GDP में कोई योगदान नहीं देता
इसके विपरित एक *Fast Food* की दुकान अनेकों नौकरीयां पैदा करती है...
: हृदय चिकित्सक
: दंत चिकित्सक
: वजन घटाने वाले 
*बुद्धिमत्ता पूर्वक चुनाव करें,*
*एक साइकिलिस्ट या एक KFC??* 
*सोचने लायक है ये!*
नोट: पैदल चलना इससे भी खतरनाक है क्योंकि पैदल चलने वाला तो साइकिल भी नहीं खरीदता।🤔
फिर भी लोग कोरोना के डर से व्यायाम, साइकलिंग अथवा योगा से जुड़ने लगे हैं। *इम्युनिटी* बढ़ाने के लिए भी ऐसा करना जरूरी है। 
*अतः कहता है "प्रकाश"...*
*साइकिल ऐसा साधन है जिससे दोनों आवश्यकताएं पूरी हो जाती है। एक तो "एक्सरसाइज" और दुसरा "सोशल डिस्टेंसिंग" के साथ-साथ "सस्ता परिवहन"।* 
*शारीरिक रूप से फिट रहने के साथ-साथ द्रोपदी के चीर की तरह प्रतिदिन बढ़ रहे पेट्रोल का भी खर्च बचा रहे हैं लोग।* 
*एक साइकिल क़ी दुकान पर स्लोगन लिखा था ..🤔* 
 *हम बढ़ते पेट्रोल क़ी कीमत से ही नहीं बल्कि बढ़ते पेट से भी बचाते है।*
*डॉ. प्रकाश मेहता बेंगलुरु ( पाली )*
(मौलिक व स्वरचित)

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