अनुज मेरठी..जी के द्वारा अद्वितीय रचना#शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ती आत्मनिर्भरता#

राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बदलाव मंच
साप्ताहिक प्रतियोगिता
दिनांक - 17-12-2020 से 23-12-2020
*विषय - शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ती आत्मनिर्भरता*
विधा - कविता
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शिक्षा वही जो राष्ट्र पर गौरव करना सिखाए,
शिक्षा वही जो देश का नाम ऊँचा कर जाए।
हो देश के कोने-कोने में शिक्षा का प्रसार,
शिक्षा वही जो हर मनुष्य को कामयाब कर जाए।।

शिक्षा देश को उन्नत बना जाए,
शिक्षा देश को अमीर बना जाए।
कही देश में हो शिक्षा का अभाव,
शिक्षा उस देश को कंगाल बना जाए।।

शिक्षा देश से बेरोजगारी हटाए,
शिक्षा देश में जनसँख्या काबू कर जाए।
आर्थिक स्थिति को मजबूत करके,
शिक्षा देश को उन्नति की ओर ले जाए।।

शिक्षा देश से गरीबी को भगाए,
मन में द्वेष की भावना को हटाए।
जो देश रहे शिक्षा में अग्रसर हमेशा,
शिक्षा देश को आगे बढ़ना सिखाए।।

सरकार कर रही निरंतर प्रयास,
शिक्षा से ही होगा देश का विकास।
हर साल नई योजना के तहत में,
बच्चों को पुरस्कृत करके किया विकास।।
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अनुज मेरठी..

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