नूतन वर्ष#प्रवीण पंड्या जी द्वारा#

राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय बदलाव मंच    साप्ताहिक प्रतियोगिता          दिनांक  04/01/2021 विषय  -कविता           नूतन वर्ष का            पढ़ लिखकर
 पढ़ लिखकर,
 बच्चे बनते हैं होशियार l 
 उनसे कह दो,
 पेड़ लगाए जोरदार l
 जन्मभूमि पर,
दादा-दादी होशियार l
 उनसे कह दो,
संस्कार-सिखाए  जोरदार l
पापा मम्मी रोजगार पर
जाए होशियार l
 उनसे कह दो काम
 न बताओ जोरदार l
 सरस्वती मां,
 बना देती है होशियार l
उनसे कह दो,
 नंबर दे जोरदार l
संस्कृति विरासत दिखा 
देती है होशियार l
उनसे कह दो कर्तव्य
 बना दे जोरदार l
 मनभावन तो बना
 देते हैं" होशियार l
 उनसे कह दो निरोगी
 बना दे जोरदार l
                     विनीत
                कवि  रचनाकार
                 प्रवीण पंड्या
 दिनांक
04/01/2021

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