समय मुश्किल का था किंतु बित ही गया।
कुछ में हार मिली और कुछ जीत भी गया।।
कुछ स्वप्न सच तो कुछ अधूरे रह गए 2020 में।
कुछ खुशियाँ,तो कुछ गम ले के चले 2021 में।।
कुछ खोया भी था वैसे तो रोया भी था।
कुछ बोझ पाप का था जो ढोया भी था।।
अब सवाल है समय के प्रभाव को कैसे रोके।
जो अपनो को नही पहचानते उन्हें कैसे टोके।।
समय कठिन आए तो यारो मत घबराना।
रख हौसला बस आगे बढ़ते ही जाना।
जिंदगी की यात्रा है मोह बन्धन किस बात का।
एक भरोसा है गुरु व मातृ पिता के आशीर्वाद का।।
यारो अंधेरे के बाद फिरसे सूरज उगेगा।
जीत उसकी होगी जो कर्म से काल के कपाल पर लिखेगा।।
भूल जाओ 2020 का दर्द चलो 2021 में पैर जमा दो।
तुम कर सकते हो सबकुछ चलो करके दिखा दो।।
©prakashkumarmdhubnichnadan
प्रकाश कुमार मधुबनी"चंदन की ओर से सबको नव कलेंडर की हार्दिक शुभकामनाएं।।
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