नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांम्बर जी द्वारा विषय योग पर अद्वितीय कविता#

योग-----
योग से निरोग
योग से शक्ति भोग
योग मार्ग बैराग्य मोक्ष
योग अनुशासन आसान
योग कर्म धर्म मर्म।।
योग संयम जीवन संकल्प
योग काया निरोग 
योग आत्म बल
योग अन्तर्मन बैभव
योग नित्य निरंतर 
योग व्यधि का वध
कोरोना उन्नीस संक्रमण
योग योग्य साथ हथियार
योग से स्वस्थ प्रसन्न मन
ना बीमारी ना बीमार।।
योग आहार प्रत्याहार
आचार विचार व्यवहार
अक्षुण अक्षय जीवन प्रवाह।।
कोविड उन्नीस में महत्वपूर्ण
संक्रमण से लड़ने का सत्य सनातन
सार्थक प्रहार योग से बढ़ती शक्ति रोग विषाणु जाते हार।।
कोरोना उन्नीस का काल
योग प्रभाव से रोगों से लड़ने
बढ़ती शक्ति कोरोना आता नही
पास।।
योग कोरोना उन्नीस का
उपचार नही मूल समाधान
ज्यादा नही तो कम से कम
मिनट बीस तीस ही प्रतिदिन
पर्याप्त योग से जीवन मे
कहावत आम के आम गुठलीयो
के दाम चरितार्थ जीवन यौवन दामन की क्षमता शक्ति अपरम्पार।।

नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश

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