डॉ.राजेश कुमार जैन जी द्वारा#बदलाव मंच#

सादर समीक्षार्थ 
विषय  - आस्था का मान करना ही पड़ेगा 
विधा    -     कविता 


यदि  जीवन  यापन  करना  है तो 
हमें  सत्य  स्वीकारना  ही पड़ेगा 
नैतिक   दायित्वों   को   भी अपने
समय  से   पूरा  करना  ही पड़ेगा ..।।

आस्था का मान करना ही पड़ेगा ..।।

भटक न  जाना  मार्ग  से तुम कभी 
सही   राह  पर   चलना  ही पड़ेगा 
राग-द्वेष   का   त्याग   कर तुमको 
प्रेम -  भाव    जगाना    ही  पड़ेगा..।।

आस्था का मान करना ही पड़ेगा ..।।

ये तो सनातन  है  संस्कृति  हमारी 
इसका  सम्मान  करना  ही पड़ेगा 
भूले - भटकों  को  भी  समझा कर 
सदमार्ग पर  उन्हें  लाना ही पड़ेगा ..।।

आस्था का मान करना ही पड़ेगा ..।।

वेद -  पुराण  तो हैं  विश्व  धरोहर
सबको इनका मान करना  पड़ेगा 
अद्भुत  ज्ञान   समाया   है   इनमें 
इन सब को जीवित रखना पड़ेगा ..।।

आस्था का मान करना ही पड़ेगा..।।

जियो  और तुम  जीने दो सबको 
शाश्वत संदेश सुनाना ही पड़ेगा 
अन्याय कभी भी मत सहना तुम 
इसका प्रतिरोध करना ही पड़ेगा ..।।

आस्था का मान करना ही  पड़ेगा ..।।

तुम अहंकार मन  बसने  न  देना 
इसका तो त्याग करना ही पड़ेगा 
तुम  मात-पिता  की  सेवा करना 
कभी भी उनको तुम भूल न जाना ..।।

आस्था का मान करना ही पड़ेगा ..।।





डॉ.राजेश कुमार जैन
श्रीनगर गढवाल 
उत्तराखंड

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