एक निर्णय ऐसा भी,,,

बदलाव मंच साप्ताहिक प्रतियोगिता  
विषय  : मुक्त
विधा  : काव्यात्मक कहानी
दिनांक  :  23/06/2020
दिन      :    मंगलवार

शीर्षक::-एक निर्णय ऐसा भी,,,

प्यार करना यदि गुनाह है
तो हा,, ये गुनाह मैने किया था,,,
संग उसके जीवन बिताने का
एक ख्वाब भी मैने बुना था,,,

छोड़ जग को सारे, मैं तो
प्रीत में उसके रंग सी गयी,
खुद को जैसे भूलकर ही
उसके नाम से बंध सी गयी,,

न जाने प्रीत को  हमारी 
लगी किसकी बुरी नज़र,,,,
आंखों ही आंखों में कटती
मेरी सुबह, शाम दोपहर,,,,

प्यार की जगह आंखों से उसके
बरसा करते आग के शोले,,,
नशे में होकर धुत्त उसके कदम
बस इधर-उधर बढ़ते डोले,,

नन्ही किट्टू के आने पर
भी जब बनी न कोई बात,,,
भलाई बस यही लगने लगी
कि छोड़ दूं मैं उसका हाथ,,,,

समझाने की कोशिशें नाकाम हुई
झट मैंने निर्णय एक लिया,,,
संग बेटी के अलग हो ली
जीवन से उसको विलग किया,,,,
,,

 जिसके संग जिंदगी जीने का
सपना  खुली आंख से देखा था,,
पल भर में कांच की तरह बिखरा
दुख यही,, तोड़ने वाला अपना था,,,
 
आत्मनिर्भर थी मैं, आश्रित नही
निर्णय अपने लेना जानती थी,,
 नन्ही बिटिया को माँ-बाप का
प्यार देना भी जानती थी,,,

दिन-माह गुजरे, स्कूल के फॉर्म में
"बिटिया का पूरा नाम" लिखने की बारी आई,,,
मै बुरी यादों को तुरत बिसराकर
बेटी के साथ अपना नाम भर आईं,,,

भावनाओं को न समझे
आदर करना भी न जाने,,,
उसको हम दिल से कैसे
अपना जीवन साथी मानें,,,

देखकर जिसे, दिल खुशी से न झूमे
वो भला कब अपना सा है,,,
बेहतर है भुला दे संग उसका
जो जिंदगी का बुरा सपना सा है,,,

नाम :- अंजली खेर
उम्र :- 45 वर्ष
पता- c 206 जीवन विहार
अन्नपूर्णा बिल्डिंग के पास, 
कोटरा रॉड, p&t चौराहा
भोपाल म प्र- 462 003

मेल आईडी anjalikher73@gmail.com

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3 टिप्पणियाँ

  1. वाह अंजलि क्या बात है, आपने बहुत ही अच्छी कविता लिखी है । आपकी काव्यशैली में बहुत दम है । आपकी रचनात्मकता काबिलेतारिफ है ।ढेर सारी बधाइयाँ ।

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