"विजयी कथा सुनाते हैं "


 
विषय  स्वेच्छानुसार
विधा  कविता (कथात्मक)
दिनांक  24 06 2020
दिन  बुधवार
शीर्षक  "विजयी कथा सुनाते हैं ।"
(पद्य भाग)
नाम डा अजीत कुमार सिंह
पता 11/343आ वि कालोनी योजना 3झूसी प्रयागराज मोबाइल नं 8765430655
रचना
मरणोपरांत जिस जीवन की, गाथा श्रद्धा से गाते हैं ।
छुडा दिया दुश्मन के छक्के, विजयी कथा सुनाते हैं ।
अमर शहीद अब्दुल हमीद को,करते सौ सौ बार नमन ।
दांत किया खट्टे दुश्मन के, खुशी खुशी परलोक गमन ।
एक जुलाई सन् तैतीस को, जन्मा नन्हा बालक ।
ग्राम धरमपुर जन्म स्थली, उस्मान पिता थे पालक ।
उत्तर प्रदेश, हाजीपुर जनपद, थी उनकी पहचान ।
जीवन यापन हेतु सिलाई, पिता छिडकते जान ।
बीस साल का होते होते, सेना का वह बने सिपाही ।
लिया प्रशिक्षण पूर्ण लगन से, दुश्मन की जो करे तबाही ।
सन् पैंसठ में छुट्टी लेकर, आये थे वह घर पर ।साथ रसूलन बीबी पत्नी, खुश थी साथ में उनको पाकर ।
पुत्री एक बहुत छोटी थी, सुत थे छोटे छोटे चार ।
प्यार बहुत था उन बच्चों से, सुख पाए वह अपरम्पार ।
माह सितम्बर, सन् पैंसठ का, दुखदायी दिन आया ।
हुई छुट्टियाँ रद्द देश ने, अपने सपूत को बुलवाया ।
किया आक्रमण भारत माँ पर, दुष्ट, दरिन्दा पाकिस्तान ।
बांध रहे थे बिस्तर अपना, पत्नी थी रखती सामान।
टूट गई रस्सी बिस्तर की, पत्नी उनकी घबरायी ।
मान अपशकुन इस घटना को, अब्दुल हमीद को समझायी ।
पत्नी की बातें सुनकर, हसकर बोले अब्दुल हमीद ।
संकट के इस कठिन समय में, मातृभूमि की हम उम्मीद ।
जमकर हमको लडना होगा, जब तक दम में दम है ।
मातृभूमि की भक्ति हमारी, नहीं किसी से कम है
सैनिक हैं हम देश के अपने, प्राण निछावर कर देंगे ।
दुनिया के सारे कष्टों को, हॅसते हॅसते सह लेंगे ।
लोचन जल लोचन कोनों में, रोक लिया तब दुखी रसूलन ।
किया नमन अब्दुल हमीद को, किया विदा हंस उन्हें उसूलन
खेमनगर सेक्टर में जाकर, युद्ध क्षेत्र में कूद गए ।
इतिहास गवाही देता है यह, कीर्तिमान गढ दिये नये।
पैटनटैन्क सहित आगे बढ, दुश्मन गोला बरसाया ।
था अजेय वह टैन्क भयानक, मारक क्षमता ने दिल दहलाया ।
बीर, बहादुर अब्दुल हमीद  ने,दिखलाया ऐसा जौहर ।
गौरवमय भारत माँ के हैं, वह स्वर्णिम इतिहास धरोहर ।
पैटनटैन्को की छाती पर, गन से गोली दागा ।
नष्ट हो गये सात टैन्क, दुश्मन भी डरकर भागा ।
किया आठवां टैन्क नष्ट तब, गिरा जीप पर गोला ।
हुआ शहीद अब्दुल हमीद, फिर भी भारत माँ की जय बोला ।
भारत के कण-कण में अंकित,गौरव गान तुम्हारा है।
प्यारा हिन्दुस्तान हमारा, जान से ज्यादा प्यारा है ।
अतुलनीय साहस के कारण, परमवीर चक्र सम्मानित ।
गौरव हो तुम मातृभूमि के, होता है जन जन उत्साहित ।

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