नमन 🙏 :- बदलाव मंच साप्ताहिक प्रतियोगिता
विषय :- बसे मेरे मन में
विधा : कविता ( पद्य भाग)
दिनांक : 16-06-2020
दिवस : मंगलवार
दिल में आग लगाकर चल गई वह सावन में ,
कैसे न जाती, एक दो न उसकी प्रिय है बावन में
छोड़ गई अंधेरा न , रोशन में
ऐसे भी कोई बदलते, वह बदल गई कुछ ही क्षण में ।
आग लगाई तन मन में ,
आज भी चर्चा है मेरे प्यार की जन जन में ।
कह गई कि तू चले जाओ वन में ,
सही कही क्योंकि देवों के देव ,महादेव के
पूजा करना रहा सावन में ।।
आज भी वह बसती है मेरे कण - कण में ,
यही दुआ करूँगा, जब भी वह दिखे,
दिखे वह हमें प्रसन्न में ।।
® ✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
मो :-6290640716
ईमेल :- Roshanjha9997@gmail. com
0 टिप्पणियाँ