कोरोना की सीख

     कोरोना की सीख 

कोरोना हम को सिखा रहा है... 
हम सबको वो बता रहा है... 
हाथ जोड़कर करो नमस्ते, 
हाथ तुम मिलाओ न... 
बनाये रहो औरों से दूरी, 
गले किसी को लगाओ न.... 
कोरोना हमको सिखा रहा है... 
हम सबको वो बता रहा है... 
खाओ सात्विक खाना तुम, 
मांसाहार तुम खाओ न.... 
स्वस्थ्य रहो घर में तुम, 
गंदगी (bimari)तुम फैलाओ न... 
कोरोना हमको सिखा रहा है.... 
हम सबको वो बता रहा है..... 
रहो प्रकृति के अधीन तुम, 
प्रकृति को अपना अधीन बनाओ न..... 
दो समय परिवार को तुम, 
परिवार सुख तुम खोओ  न.... 
कोरोना हम सिखा रहा है... 
हम सबको वो बता रहा है...... 
है ईश्वर ही सर्वोपरि सबसे, 
खुद को ईश्वर तुम समझो न..... 
कोरोना हम को सिखा रहा है.... 
हम सबको वो बता रहा है..... 
करो भारतीय संस्कृति का पालन, 
पाश्चात्य को दूर भगाओ न... 
कोरोना हम को सिखा रहा है..... 
हम सबको वो बता रहा है..... 

कवितित्री वर्षा सोनी द्वारा रचित कोरोना पर एक सकारात्मक कविता 

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