नींद घर के लोगों को रात भर नहीं आती।वक़्त पर अगर बेटी लौट कर नहीं आती।।

ग़ज़ल,,,,
नींद घर के लोगों को रात भर नहीं आती।
वक़्त पर अगर बेटी लौट कर नहीं आती।।

मतलबी इरादों से जो बचा के रखते हैं ,
दोस्ती कभी उनकी दार पर नहीं आती।।

जो चराग़ के जैसे जिंदगी बसर करते,
तीरगी कभी उनके नाम पर नहीं आती।।

तैरतेहैंलहरों पर तह में जो नहीं जाते,
शायरी उन्हें यारो उम्र भर नहीं आती।।

दूसरों के जो ग़म से वास्ता नहीं
रखते,
फिर खुशी ज़माने की उनके घर नहीं आती।।
 बृंदावन राय सरल सागर एमपी मोबाइल नंबर 786 92 18 525,,

Badlavmanch

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ