कल्पवृक्ष सी माँ


बदलाव मंच चित्रात्मक काव्य सृजन सह वीडियो काव्य

चित्र क्रमांक - 05
शीर्षक - कल्पवृक्ष सी मां
नाम- डॉ . अनीता तिवारी
विषय - चित्रात्मक वीडियो काव्य प्रतियोगिता
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ईश्वर का प्रतिरूप 
धरा सी विस्तृत है मां
प्रेम ,करूणा की प्रतिमूर्ति
वात्सल्य का सागर है मां

रक्त का प्रवाह भक्ति - शक्ति
आंचल की छांव है मां
हर कामना की पूर्ति
मेरी कल्पवृक्ष है मां

नेह का गागर ,शीतल बयार सी
कड़ी धूप में छांव सी
रोली, अक्षत, चंदन 
बहती भागीरथी सी है मां

वसुधा  सी सहनशील
त्याग -बलिदान की मूर्ति  
सृष्टि में सबसे खूबसूरत 
सारा ब्राम्हांड है मां

अनूठा विश्वास ,भरोसे का साथ
उम्मीद की किरण है मां
सिंधु -बिन्दु सी सुमिरिनी 
जप -तप का नाम है मां

अंबा - जगदंबा नाविक, खेवनहार
जगत का आधार है मां
मेरी भूख- प्यास सब कुछ है वही
हमारा चारों धाम है मां

डॉ. अनीता तिवारी 'अनु'
            भोपाल

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