सत्यनिष्ठा



विषय -तूने किया कमाल
शीर्षक - सत्यनिष्ठा



तूने किया कमाल के मेरी जिंदगी सवंर गयीं
ऐसा हुआ धमाल के मेरी जिंदगी बदल गयीं
मैं थी नारी अहिल्या मुझे इंद्र ने छला था
पत्थर की बनी शिला शाप पति का मिला था
मुझे राम के चरण मिले के मेरीजिंदगी सवँर गयी
तूने ----------------------

मैं थी नारी मीरा मुझे दुनिया ने पगली बोला 
मारा था मुझको पत्थर घर बार भी था छूटा
मुझको  मिले थे माधव के मेरी जिंदगी बदल गयी 
तूने-------------------------------

इंद्रप्रस्थ की थी रानी देखा झुकायें सर धर्मराज को
मैंने भी दोनों हाथ सौपी लाज दीना नाथ को
बढ़ाए चीर घनश्याम के मेरी जिंदगी सवँर गयी 
तूने--------------------------




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कल्पना भदौरिया
अध्यापिका
बेसिक विभाग
जनपद हरदोई
उत्तरप्रदेश
7007821513

Badlavmanch

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