हृदय में जिनके राम का वास, रामबोला वो तुलसीदास ।भक्तिकाल के कवि महान, वो थे महाकवि तुलसीदास। राम सिया राम सिया राम जय जय राम।..... २

*दिनांक-27/07/2020
विधा-मुक्त छंद
विषय-'महाकवि गोस्वामी तुलसीदास(बाल्यकाण्ड)*

*(मंगल भवन अमंगल हारी......... की तर्ज पर) *

हृदय में जिनके राम का वास, 
रामबोला वो तुलसीदास ।
भक्तिकाल के कवि महान, 
वो थे महाकवि तुलसीदास। 
राम सिया राम सिया राम 
जय जय राम।..... २

आत्माराम पिता, माता हुलसी
श्रावण सप्तमी जन्मे तुलसी। 
जन्म समय 32 थे दाँत, 
वो थे महाकवि तुलसीदास। 
राम सिया राम.......... २

छवि देख पितु हुए भयभीता,
बालक अदभुत होत प्रतीता।
कद काठी नहीं शिशु समान, 
वो थे महाकवि तुलसीदास। 
राम सिया राम............. २

देख पुत्र मन अशंका जाने, 
दासी संग तब दिए पठाने।
शोक में  त्यागे माँ ने प्राण, 
वो थे महाकवि तुलसीदास। 
राम सिया राम........... २

दासी की मृत्यु के साथ, 
हो गए तुलसी पुनः अनाथ। 
दर-दर भटकें कोई न आस, 
वो थे महाकवि तुलसीदास। 
राम सिया राम............. २

शिव-गौरा ने दया दिखायी, 
नरहरिदास से भेंट करायी।
शिक्षा दीन्हें नरहरिदास, 
वो थे महाकवि तुलसीदास। 
राम सिया राम........... २

बाल्यकाल की कथा सुनायी, 
जिनके हृदय बसे रघुरायी। 
रच गए जो रामचरित मानस ,
वो थे महाकवि तुलसीदास। 
राम सिया राम सिया राम 
जय जय राम।......... २

*रोशनी दीक्षित 'रित्री' बिलासपुर छत्तीसगढ़.... ✒️*

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