रक्षाबंधन में बहन की चाह


शीर्षक-रक्षा बंधन में बहन कि चाह


रक्षा बंधन का त्यौहार, जीवन में खुशियां लाती हैं
भाई - बहन के प्यार को, अटूट बंधन बनाती हैं।

रक्षा बंधन साल में एकबार हीं आती है
बहन अपने भाई को, दुआ देते हुए राखी बांधती हैं।

सावन के महीने में जब, कजरी मन से गाती है
ऐसा लगता है कि वो, खुशियां साथ लाती है।

काश मेरा भी कोई भाई होता, जिसे मै राखी बांधती
भगवान से अपने भाई के लिए, लाखों दुआ मै मांग लाती।

मिल जाती मुझे सारी खुशी, जब मै भईया को तिलक लगाती
काश मै अपने भाई का, एकबार भी प्यार पाती।

क्या होता है भाई बहन का प्यार, मै भी कुछ जानती
तब शायद कोई मुझे भाई के लिए, ताना न मारती।

इतना हीं बस जानती हूं, आपको हीं मानती हूं
इसलिए ओ मेरे कान्हा, मै आपको हीं राखी बांधती हूं।



✍️ प्रिंस कुमार सोनी, मुजफ्फरपुर बिहार(भारत)
उम्र- 14 साल



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