टूटे दिल की पीर....

टूटे दिल की पीर....
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नैनों में 'नीर'~
कौन समझे टूटे
दिल की पीर
करना गौर~
ज़ालिम है ज़माना
बदला दौर
धरना धीर~
सितारे गर्दिश में
न हो अधीर
मन की पीड़ा~
भीतर ही भीतर
करती क्रीड़ा
घाव गहरा~
कहाँ है मरहम
लगा पहरा
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     निर्मल जैन 'नीर'

Badlavmanch

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