गुरु पूर्णिमा विशेष



श्री सदगुरुदेव भगवान
के पावन चरण कमलों में श्रद्धा भाव से "कविता" रुपी पुष्प हार सादर समर्पित 💐💐💐💐💐💐
====================
शत नमन कोटिशः प्रणाम
*************************
सर्वेश्वर प्रभु तुम्हे समर्पण तन मन और सर्व धन -धाम।
गुरुदेव चरण कमलों में नित शत नमन कोटिशः है प्रणाम।

जगहित, परमार्थ हेतु प्रभु करुणाकर नर तन धारे थे।
आधार तुम्हीं एक नाथ मेरे नैनों को अतिशय प्यारे थे।
तुम्हीं ब्रह्मा, विष्णु, शिवशंकर औ जन-जन के रखवारे थे।
नव ज्योति विश्व को मिलती ऐसे ज्योति बिन्दु उजियारे थे ।
किस नाम से नमन करूँ प्रभुवर हे
जग पालक तुम हो अनाम।।शत0

पथ प्रदर्शक परम पावन सबके प्राण आधार तुम्हीं हो।
सदगुण, शील, सत्य -सार के दाता हो करतार तुम्हिं हो।
कण -कण की कोमलताई पै करुणानिधी असवार तुम्हीं हो।
लख चौरासी, भव सागर भव कूपों के पतवार तुम्हीं हो ।
सदगुरु हर-हर में रमण सदा करते हो तुम हे मेरे राम।। शत0।।

दमन, शमन, कुमार्ग, कालिमा काटते सदा क्लेश तुम्हीं हो।
धर्म रक्षक औ जग तारन को विद्याधर अवधेश तुम्हीं हो। 
पतित पावन प्रेम पुजारी परमेश्वर अखिलेश तुम्हीं हो। 
हर कण में तुम्हीं हो तारन अरू वरण -वरण के भेष तुम्हीं हो। 
कहते है "बाबूराम कवि "करते थे
तुम सबको अकाम ।
गुरुदेव चरण कमलों में नित शतनमन कोटिशः है प्रणाम  ।

*************************
✍️बाबूराम सिंह कवि 
ग्राम -खुटहाँ, पोस्ट -विजयीपुर (भरपुरवा), जिला -गोपालगंज (बिहार) पिन-841508
मो0नं0-9572105032
===================

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ