बहन बिना भाई
जब जब राखी आती है, मुझको रुला कर जाती है,*
सूनी कलाई, सूना है दिल, बहन नहीं कोई आती है.*
*कहने को तो बहनें है, कोई बहन नहीं बन पाती है,*
*कैसा हूँ मैं, किस हाल में हूँ, खबर लेने नहीं आती है..*
*बहन बिना है जीवन कैसा, हर साँस मुझे बतलाती है,*
*कितना अभागा हूँ मैं यारो, किस्मत वालों के घर ही बहन आती है.*
*अपना दुखड़ा किसको सुनाएँ, आंख मेरी भर आती है,*
*जीना है अब ऐसे ही तो, धड़कन मुझसे कह जाती है.*
*जब जब राखी आती है, मुझको रुला कर जाती है,*
*सूनी कलाई, सूना है दिल, बहन नहीं कोई आती है.*
*डॉ सत्यम भास्कर भ्रमरपुरिया*
Badlavmanch
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