रिश्ते बेटी 2
वो मेरी प्यारी बेटी है
वो मेरी प्यारी बेटी है
वो मुझको पापा .कहती है
वो मेरी लाड़ली बेटी है
दिल मिलने कॊ तड़पता है
वो मुझको यूँ समझती है
पापा मे तेरी बेटी हूँ
मन मेरा भी मिलने कॊ करता है
पर अभी समय का चक्र हे
कोरोना का कहर है
बस समय का तुम इंतजार करो
मे तुझ से मिलने आऊँगी
मैं बेटी नही हूँ बेटा तेरा
तुझे अपने संग ले जाऊँगी
कुच्छ दिन साथ मैं रखूँगी
बचपन अपना दोहराऊँगी
मैं तेरी प्यारी बेटी हूँ
तू मेंरा प्यारा पापा है
बिटिया मेरी हे पढ़ी लिखी
वो बच्चों कॊ पढ़ाती है
नित्य मुझको भी समझाती है
नित्य सवेरे मुझे उठाती है
योगा अभ्यास कराती है
कभी रामायण गीता तो
कभी अध्यात्म ज्ञान कराती है
....वो मेरी लाड़ो बिटिया हे
मैं उसका प्यारा पापा हूँ
हम मिले नही अब तक
फिर भी वो मेरी बिटिया है
ये रिश्ता नही खून का हे
ये रिश्ता यारो दिल का
ये मोबाइल से रिश्ता बना
अब जनम जनम का रिश्ता है
अपना तो अब लक्ष्य यही
सदा सुखी मेरी बेटी रहे
जहाँ भी रहे खुशहाल रहे
सदा उसका गुण गान रहे
निर्दोष लक्ष्य जैन
धनबाद झारखंड
24।6।2020
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