बदलाव मंच अंतरराष्ट्रीय सचिव डॉ. सत्यम भास्कर भ्रमरपुरिया जी द्वारा अभिव्यक्ति

जोड़ तोड़ कर हम खो बैठे
आपस मे ही कटते मरते
हर.पल एक नया दाँव खेलते
चूक न जाए कोई मौका
गिद्धी आँखदेखते रहते
अपना उल्लू सीधा करने को
उलटफेर का जाम भरते
बेवकूफौं को तो देखो
बेवजह ही उधम मचाते
करके क्षति देश की सम्पत्ति
देखो कैसे अकड़ दिखाते
देश नहीं हो जैसे उनका
जलाकर देश खुब मुस्कुराते
किसका करते हो नुकसान
खुद के ही घर हो फूकते
मेहनत की कमाई से
फिर उसकी क्षतिपूर्ति करते
खोलो आँखें, जागो भाई
ये कुकृत्य क्यों हो करते
भास्कर की है ये प्रार्थना
खुद से ही क्यों हो लड़ते
आऔ मिलाकर हाथ चले हम
नये भारत का निर्माण है करते।

डॉ सत्यम भास्कर भ्रमरपुरिया
अंतर्राष्ट्रीय सचिव
बदलाव मंच.

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