शीर्षक-"जय गणेश" (हायकू)
शिव-पार्वती,
प्रथम गणपति,
पुत्र हैं प्रिय,
आज मनाओ,
विनायक चतुर्थी,
करो आरती,
अर्पण-पुष्प,
मूषक है वाहन,
मोदकप्रिय,
हैं एकदंत,
देवें सुख अपार,
बुद्धि के दाता,
दुख मिटायें,
मिल करो प्रार्थना,
सच्चे मन से,
देवें आशीष
मनोकामना पूर्ण,
करें प्रणाम,
दाता सबके,
हो रही जय-जय,
जय गणेश।
(स्वरचित)
डॉ०विजय लक्ष्मी
काठगोदाम,उत्तराखण्ड
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