कवि नंदन मिश्र द्वारा रचित मुक्तक रचना

कोई बसी है दिल में जो हलचल मचा रही
वो  गा रही है  गीत मुझे पनघट बुला रही
आवाज जो आ रही इस कदर झनकते हुए
 कैसे बताऊं दिल बेहाल बन गुनगुना रही 


          ✍️ नंदन मिश्र ,, बिहार

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