डॉ अलका पाण्डेय मुम्बई
शिर्षक
मनभावन सावन आया
मनभावन सावन आया !
दिल में आंनद समाया !!
झूले पड गये अमराई !
नभ जलधारा ले आया !!
मन भावन सावन आया !
अमृतधारा लेकर आया !!
हरियाली चहू ओर छाई !
वसुधंरा खिल खिल गई !!
चातक ,मोर ,पपीहा नाचे !
नन्ही नन्ही बूँदें इठलाई !!
मन भावन सावन आया !
शीतल पवन लेकर आया !!
भिगा भिगा तन मन बहका !
प्रकृति का सौन्दर्य चहका !!
बिखरी माटी की सोंधी खूशबू !
फूलों से वन उपवन महका !!
मन भावन सावन आया !
हर्षों उल्लास लेकर आया !!
डॉ अलका पाण्डेय मुम्बई
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