2/8/2020
मित्र एक उम्दा चरित्र।
स्वरचित रचना।
हमारे जीवन को सजाने वाले
हँसी से खूब गुदगुदाने वाले।।
प्रेम के तराने सुनाने वाले।
परेशानी में साहस बढाने वाले।।
जिंदगी भर साथ निभाने वाले।
हर मोड़ पे स्नेह दिखाने वाले।।
हमारे लिये कुछ भी कर जाने वाले।
हमारी गलती पे दूजे से लड़ जाने वाले।।
अपने लंच के बहाने हमारी भूख मिटाने वाले।
कमियां नही खुशियाँ गिनाने वाले।।
बेझिझक हमसे बतियाने वाले।
हर इक आपबीती सुनाने वाले।।
बेतुके बातो से ठहाके लगवाने वाले।
सब से अलग हटकर अपनाने वाले।।
जीवन के सच्चे चरित्र होते है।
और कौन हो सकता है साहब
वो हमारे लिये आर्दश चरित्र होते है।
हाँ वही वही हमारे मित्र होते है।।
©प्रकाश कुमार
मधुबनी, बिहार
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