'बदलाव मंच' के समीक्षक एवं ओज कवि भास्कर सिंह माणिक कोंच जी द्वारा 'हम भारत की तकदीर' विषय पर रचना

मंच को नमन
विषय - हम भारत की तकदीर है

हम  भारत  की  तकदीर हैं
हम भारत के संत फकीर हैं

श्रम  से  कभी नहीं घबराते
 रेगिस्तां   में   नाव  चलाते
हम भारत के वीर सिपाही
दुश्मन पीठ दिखा भगजाते

हम एकता  की जंजीर हैं
हम भारत की तकदीर हैं

राम कृष्ण गौतम की धरती
यहां सावित्री यम से लड़ती
इसकी  नहीं  कोई  मिसाल
सारी  दुनियां  वंदन करती

हम राणा शिवा से वीर है
हम भारत की तकदीर है

सर्वधर्म  अपनाते हैं हम
गीता ज्ञान सुनाते हैं हम
खिला करते तलवारों से
अंगारों पर चलते हैं हम

हम प्रेम की रसमय खीर हैं
हम  भारत  की  तकदीर है
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मैं घोषणा करता हूं कि यह रचना मौलिक स्वरचित है।
भास्कर सिंह माणिक (कवि एवं समीक्षक)कोंच

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