नमन वीणा वादिनी
दिनांक--२४/०८/२०२०
दिवस-- सोमवार
विषय-- एकदंत/ विनायक
विधा-- हाइकु
एकदंत हो~
तुम हो विनायक,
लंबोदर हो।
मंगल कर्ता हो~
विघ्न विनाशक,
नमन तुम्हे।
मोदक प्रिय~
तुम हो गजानन,
हो अलौकिक।
जगत कल्याण~
मंगल फल पावें,
वंदन तुम्हें।
मूषक राज~
वाहन है तुम्हारा,
सबसे प्रिय।
चार भुजा हैं~
रिद्धि, सिद्धि ध्यान में,
तुमको ध्यावे।
गौरी सुत हो~
महादेव नंदन,
हो शुभकारी।
रचनाकार--नीलम डिमरी
चमोली,,, उत्तराखंड
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