भूख
सुबह हो गई तो तैयारी
करले रोजी रोटी |
हर कदम रखना है संभाल
कर, कही छूट ना जाय रोजी
रोटी का निशाना |
कभी भरती नहीं
भूख की तिजोरी, उद्यम
करले अनथक अपनी क्षुधा मिटाने हेतु |
एक कौर कमाने हेतु
करना कितना सर्कस,
कभी मिल गया तो मिट
जाती क्षण भर की भूख |
विधि ने रच दी है
ऐसी लकीर कभी नहीं
मिटती कितनी भी कोशिश तू करले |
सपना देखना दूर, अमीर
बनना सपना ही
है मन की शांति हेतु
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