शहीद भगत सिंह#डाॅ०विजय लक्ष्मी जी द्वारा अद्वितीय रचना#

"शहीद भगत सिंह"
शहीद भगत सिंह क्रांतिकारी,
नाम से जानती दुनिया सारी,
वतन पर मर मिटने वाला,
अपने दम पर इठलाता,

वो आजादी का दीवाना,
कभी भी हार ना मानी,
आजादी की मन में ठानी,
भगतसिंह बड़े दृंढनिश्चयी,

ब्रिटिश हुकुमत कहे कुछ भी,
व्यक्तित्व उनका खुशमिजाज़ी,
प्रबल इच्छाशक्ति खूब साहसी,
किसी से नहीं हुये भयभीत,

भगतसिंह देश की आन-बान-शान,
देशहित में कर दी जान कुर्बान,
देशभक्ति का ऐसा दीवाना,
ना कहीं हुआ ना कहीं होगा,
भगतसिंह जैसा शहीद जवान,

फाँसी लगने का किया नहीं गम,
देशवासियों की थी आँखे नम,
देश के नौजवानों में जोश का गुबार भर,
विदेशी हुकुमत काँपने लगी थर-थर

मातृभूमि को नमन कर,
झूल गया वो फाँसी पर,
शहीद भगत सिंह रहें अमर,
शहीद भगत सिंह रहें अमर।

(स्वरचित)
डाॅ०विजय लक्ष्मी
काठगोदाम, उत्तराखण्ड

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