महँगाई
आफत आई आई आई
सारी दुनियाँ में छाई
दुनियाँ इससे घबराई
इसने आग लगाई
मेरा रामा दुहाई
आफत पेट पर आई
चारों और है तबाही
महंगाई हाय महंगाई ॥
मेरे रामा दुहाई
महंगा पेट्रोल डीजल
महंगी बिजली है भाई
महंगा दाल चावल आटा
महंगा तेल मसाला
आफत सब्जी में आई
हुई रसोई की सफाई
आफत पेट पर आई
मेरे रामा दुहाई
महंगी हुई पढ़ाई
बड़ी आफत आई
क्या करूं मैं भाई
आँखे भर भर आई
आफत रोटी की आई
महंगी माँ बाप की दवाई
रुकी बिटिया की सगाई
साँस रुक रुक जाए
आँखे भर भर आई
बिके बीबी के गहने
जमीन गिरवी है भाई
महंगाई हाय महंगाई
मेरे रामा दुहाई ॥
" लक्ष्य " क्या करें भाई
महंगाई हाय महंगाई
निर्दोष लक्ष्य जैन
. .... ....स्वरचित 6201698096
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