मंच को नमन 🙏🙏
विषय : अनमोल रिश्ते.. 🌷🌷
विधा : कविता
हर रिश्ते होते अनमोल~~
रिश्तो का तुम मान निभाओ..
जीवन हैं दो दिन का बसेरा ~~
इसके मर्म को पहचान बनाओ !
सोच समझकर मन में अपने~~
विकृतियों का जंजाल बढ़ाओ..
होती है इसमें हानि ही~~
पर सेवा में ध्यान लगाओ !
अंतस में सत्कर्म को बसा कर~~
मुख पर सभी के हंसी ले आओ..
पंचतत्व से सुंदर काया को~~
देवालय सा अनुपम बनाओ !
हर रिश्ते को सीचों करुणा से~~
ह्रदय की अतल गहराई का भान कराओ..
हो यदि किसी को पीड़ा, व्यथा तो~~
समाधान का दीप दिखाओ !
यदि समझोगे रिश्तों को तुम~~
औ प्रेम सुधा बरसाओगे..
फ़िर द्वार ना आएंगे अवसाद~~
जीवन पथ पर ध्वजा फहराओगे !!
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शालिनी कुमारी
शिक्षिका
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