कवियत्री आ.कल्पना भदौरिया "स्वप्निल "जी द्वारा रचना (विषय-लाकडाउन मे शिक्षक की स्थिति)

नमन मंच 
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दिनांक 6-9-2020
दिवस - रविवार 
विषय लाकडाउन मे शिक्षक की स्थिति 
विधा -पद्य 
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कोरोना ने ऐसा रूप लिया 
जीवन शिक्षक का दूभर किया 
नजर कोई नहीं आता है 
ऑनलाइन पढ़ाना है
बाते चार सुनता है 
रिचार्ज का ठेका इ सने लिया 
जीवन --------====

सरकारी नियम का पालन करना है 
घर घर किताबें बाँटना है 
सोशल डिशिटेन्सिंग ठेका इसने लिया 
जीवन ---------=======

ड्रेस का गठन करना है 
स्वयं सहायता समूह से सिलवाना है 
बच्चों की माप का ठेका इसने लिया 
जीवन ---------------==--
राशन  की सूची बनाना है 
उपभोक्ता पर्ची भी काटना है 
कोटेदार से बटवाने का ठेका इसने लिया 
जीवन ---=============

विद्यालय रंगाई पुताई कराना है 
सारी साफ सफाई कराना है 
घर जाकर एडमिशन कराने का ठेका इसने लिया 
जीवन ------------------

बिन मोबाइल वालेबच्चों को पढ़ाना है 
क्यों नहीं पढ़ते ये भी सूची बनाना है 
कमजोर न हो बच्चे इसका भी ठेका लिए 

जीवन ------------========

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कल्पना भदौरिया "स्वप्निल "
उत्तरप्रदेश

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