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जिंदगी जिससे साँसें लेती,मेहरबान दिल है,
दिलवर का है आशियाना,वो मकान दिल है।
सागर से गहरी भावनाओं पर है,इसका पहरा,
दर्दीले आँसू पी कर बिखेरता मुस्कान दिल है।
तुम्हारे हृदय के कोने में हमारा ही वास हो,
ताउम्र चलती रहे ये जिन्दगी की साँस हो।
कहने को दुनियाँ में अपने बहुत मुकाम हैं,
लेकिन,हृदय में बसने वाले तुम ही खास हो।
**एकता कुमारी **
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