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कविता
*दशहरा*
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पावन पर्व दशहरा,
सत्य की राह दिखाता।
उपयोगी संदेश,
जन-जन के मन भाता।।
नीलकंठ पक्षी दर्शन,
मनभावन मतवाला।
मनमोहक मंगलकारी,
परमेश्वर ही रखवाला।।
मर्यादा का पालन,
प्रभू राम की माया।
पावन पर्व दशहरा,
नव उमंग लेकर आया।।
संस्कार संस्कृतियों का,
रखते सब यहाँ ध्यान।
पावन पर्व दशहरा,
परम्पराओं का मान।।
सब मिल करे प्रतिज्ञा,
धर्म का मान बढ़ाना।
पावन पर्व दशहरा,
घर-घर खुशियाँ लाना।।
रामबाबू शर्मा,राजस्थानी,दौसा(राज.)
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