कवि प्रो डॉ दिवाकर दिनेश गौड़ जी द्वारा 'माता का जयकारा' विषय पर रचना

बदलाव मंच अंतरराष्ट्रीय एवम् राष्ट्रीय ( 18/10/2020 से 24/10/2020 तक साप्ताहिक प्रतियोगिता हेतु मेरी स्वरचित एवम् मौलिक रचना )

विधा- कविता
शीर्षक- माता का जयकारा

माता की महिमा अपरम्पार है
माता ही करती सबका उद्धार है
माता की शक्ति का जयजयकार है
माता ही करती सबका उद्धार है।
     नवरात्रि में नौ नौ दिन
     भक्त आराधना करते हैं
     व्रत उपवास रख कर वे
     माता का भजन करते हैं
माता भी करती उन्हें दुलार है
माता ही करती सबका उद्धार है।

     माता के इस पूजन में
     श्रद्धा भाव प्रबल होता
     अकींचन जो पूजे माता को
      शक्तिशाली वो सबल होता
शक्ति मात की चलाए संसार है
माता ही करती सबका उद्धार है
माता की महिमा अपरम्पार है
माता ही करती सबका उद्धार है।

रचनाकार@ स्वरचित एवम् मौलिक
प्रो डॉ दिवाकर दिनेश गौड़
गोधरा ( गुजरात)

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