बदलाव मंच (राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ) साप्ताहिक प्रतियोगिता
18 अक्टूबर से 24 अक्टूबर 2020
विषय - नारी शक्ति
' सबला नारी '
नारी तेरी यही कहानी,
होठों पर हँसी और आंँखों में पानी ।
नारी तेरी यही कहानी,
होठों पर हँसी और आँखों में पानी ।
नहीं नहीं नहीं अब नहीं सुननी मुझे यह पुरानी कहानी ।।
मेरी आँखों से देखो ,
नारी वो खुशबू है ,
जो हर जीवन महकाती है ।
वह पवन है जो हर जीवन लहलाती है ।वह लौ है जो जीवन दर्शाती है ।।
प्यार और ममता की मूरत है नारी ।
कभी चंडी कभी झाँसी की रानी है नारी । पुरुष अगर डगमगा जाए तो संभालती है उसे नारी ।
हर असंभव को संभव कर सकती है नारी। कमजोर समझने की कभी भूल ना करना उसे ।
आज मिग-21 उड़ा कर दुश्मन के छक्के छुड़ा सकती है नारी ।।
सृष्टि की रचयिता है नारी ।
पुरुष को जन्म देती है नारी ।
अगर नारी का सही स्थान समझ गए तो इतनी-सी इल्तिजा है शालिनी की
अगले दिवस अंतरराष्ट्रीय नारी दिवस नहीं पुरुष दिवस मनाया जाए ,पुरुष दिवस मनाया जाए ।।
डॉ.शालिनी
मस्कट ,ओमान
स्वरचित व सर्व मौलिक अधिकार सुरक्षित
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