कवयित्री सविता मिश्रा जी द्वारा रचना

मंच नमन 
बदलाव मंच (राष्ट्रीय - अंतरराष्ट्रीय) 
विषय: मद्यपान 
विधा - गद्य लेखन 
दिनांक - 10-10-2020
 
हमारे समाज में बहुत-सी ऐसी वस्तुएँ है जो व्यक्ति को विनाश की तरफ ले जाती है मद्यपान उनमें से एक है l 

मद्यपान का तात्पर्य नशा करने वाले उस व्यक्ति से होता है जो शराब पर इतना निर्भर हो जाता है कि उसका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, सामाजिक संबंध के साथ- साथ आर्थिक जीवन भी अस्त - व्यस्त हो जाता है l 

मद्यपान समाज में एक सामाजिक बुराई के साथ - साथ एक कलंक भी है l शराब का सेवन करना मद्यपान कहलाता है l भारत जैसे निर्धन देश के लिए शराब एक अभिशाप है l 

मद्यपान के कारण है जिनमें से मानसिक चिंता, फैशन, वातावरण एवं माहौल, संवेदनात्मक आनन्द, विघटित व्यक्ति वाले लोग, मित्र मंडली, आनुवंशिकता मुख्य रूप से कारण है l 

गलत चीजों के सेवन के परिणाम भी नुकसानदायक ही होते हैं l मद्यपान से मानसिक हानि, शारीरिक स्वास्थ्य, पारिवारिक विघटन, व्यक्तिगत विकास में अवरोध, आर्थिक क्षति, होना मद्यपान के दुष्परिणाम के साथ नुकसान है l नैतिकता, हत्या, चोरी, पारिवारिक कलह, उजड़े घर, भूखे बच्चे, बर्बाद गृह - स्वामियों आदि समस्याओं के उत्पन्न होने का कारण मद्यपान ही है l 
अतः संक्षेप में हम यही कह सकते हैं कि मद्यपान से नुकसान ही नुकसान है l यह विकास का माध्यम नहीं है l इसलिए किसी को भी मद्यपान नहीं करना चाहिए l मद्यपान के नुकसान और दुष्परिणाम से बचने के लिए हमे मद्यपान करने से बचना चाहिए l जिससे हम सभी एक सशक्त, घर-परिवार और समाज का निर्माण कर सके l इसके लिए हम सभी को मद्यपान से होने वाले नुकसान और दुष्परिणाम को आम जनमानस तक पहुँचाना होगा, घर- घर जागरूकता का संदेश फैलाना होगा l 
तभी हमारा देश भारत मद्यपान मुक्त देश बन पायेगा l और मद्यपान से उत्पन्न समस्या का समाधान हो पाएगा l 

गद्यकार का नाम - सविता मिश्रा 
              (शिक्षिका, समाजसेविका और लेखिका ) 
पता - वाराणसी उत्तर प्रदेश 
स्वरचित और मौलिक गद्य लेख

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