कवि चंन्द्र प्रकाश गुप्त "चंन्द्र" जी द्वारा “वायु सेना दिवस” पर रचना

भारतीय वायुसेना दिवस पर                 

अभिनंदन है अभिनंदन है

वायु वीरों का अभिनंदन है

व्योम व्याघ्र का गर्जन है

गगन गरुड़ का नर्तन है

संदेश अरि आतंक का मर्दन है

दुनियां वालों देखो यह - 

भारत का शक्ति प्रदर्शन है

अभिनंदन है अभिनंदन है

वायु वीरों का अभिनंदन है

            वन्दे मातरम् 

       चंन्द्र प्रकाश गुप्त "चंन्द्र"
        अहमदाबाद , गुजरात

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