सविता मिश्रा जी द्वारा खूबसूरत रचना#

मंच नमन 
बदलाव मंच (राष्ट्रीय - अंतरराष्ट्रीय मंच ) 
रविवार विशेषांक हेतु रचना
विषय - श्रद्धा का पर्व नवरात्रि और अधर्म पर धर्म की विजय का त्यौहार दशहरा, विजय दशमी 
विधा - गद्य लेखन
दिनांक - 25-10-2020
दिन - रविवार 
हमारा देश भारत त्यौहार का देश है l भारत में कई तरह के त्यौहार मनाये जाते हैं l कुछ त्यौहार धर्म से संबंधित होते हैं, तो कुछ ऋतु से संबंधित होते हैं, तो कुछ राष्ट्रीय त्यौहार भी होते हैं l फिर भी सभी धर्म, संप्रदाय और जाति के लोग मिलजुल सभी त्यौहार को मानते हैं l 

नवरात्रि भी एक महत्वपूर्ण त्यौहार है l ये साल में दो बार आती है l एक चैत्र मास में तो दूसरी शरद ऋतु में मनाई जाती है l
नव रात्रि नौ दिन का त्यौहार होता है l नौ दिन में शक्ति की देवी माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अलग-अलग दिन की जाती है l
नव रात्रि का त्यौहार आस्था, श्रद्धा, भक्ति, शक्ति और विश्वास का प्रतीक है lजगत जननी, जगदंबा, काली, दुर्गा आदि की पूजा की जाती है l 

प्रथम दिवस माँ दुर्गा के नौ रूपों में से एक रूप शैलपुत्री की आराधना की जाती है l पर्वत राज हिमालय के यहाँ जन्म लेने के कारण शैल पुत्री नाम पड़ा l इस दिन जगह जगह कलश स्थापना की जाती है l नौ दिन का माता रानी का पाठ शुरू हो जाता है l 
दूसरा रूप माँ दुर्गा का ब्रह्मचारिणी का है नव रात्रि के दूसरे दिन माँ दुर्गा के इस रूप की आराधना की जाती है l 

तीसरे दिन माँ दुर्गा के तीसरे रूप चंद्रघंटा की आराधना की जाती है l मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र अंकित होने के बाद माँ का यह रूप चंद्रघंटा कहलाता है l

चौथे दिन माँ दुर्गा के चतुर्थ रूप कुष्मांडा की पूजा की जाती है l संसार की छोटी से छोटी चीज में विशाल रूप लेने की क्षमता होती है l 

पाँचवे दिन माँ दुर्गा के पंचम रूप स्कंदमाता की आराधना की जाती है l कार्तिकेय की माता होने के कारण माता का यह रूप स्कंद माता कहलाता है l कार्तिकेय का एक नाम स्कंद भी है l

छठे दिन माँ के षष्ठम रूप कात्यायनी माँ की आराधना की जाती है l महर्षि कात्यायन की पुत्री के कारण माँ दुर्गा के इस रूप का नाम कात्यायनी पड़ा l 

सातवें दिन माँ दुर्गा के सप्तम रूप कालरात्रि की पूजा की जाती है l इस देवी का रूप बहुत ही भयानक है लेकिन सर्वदा शुभ फल देता है l जिससे शुभकारी भी माँ कहलाती है l प्रकृति प्रकोप के कारण माँ दुर्गा का यह रूप उपजा l 

आठवे दिन माँ दुर्गा के अष्टम रूप महागौरी की आराधना की जाती है l माँ दुर्गा का यह रूप सबसे सुन्दर है l कोमल, करुणा से परिपूर्ण आशीर्वाद देता हुआ माँ का यह रूप भक्तों की हर इच्छा को पूरी करती हैं l 

नवें दिन माँ दुर्गा के नवाँ रूप सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है यह रूप मनुष्य के समस्त सिद्धियों को परिपूर्ण करती है l 

नवरात्रि में कन्या पूजन भी किया जाता है l भक्तजन माता का जगराता और देवी कीर्तन भी करते और कराते हैं l कुछ लोगों नौ दिन का तो कुछ लोग प्रथम और अष्टमी के दिन का उपवास करते हैं l और शक्ति की देवी माता दुर्गा की पूजा और आराधना करते हैं l 

इस तरह से नव रात्रि का त्यौहार पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है l सभी वर्ग के लोग मिलजुल कर नव रात्रि का पर्व मानते हैं l नौ दिन पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है l 
त्यौहार का मुख्य उद्देश्य एकता,भाईचारा, सहयोग, शांति, श्रद्धा, विश्वास, आस्था और भक्ति होना चाहिए l सभी लोगों को मिलकर मनाना चाहिए l 
जय माता दी 

असत्य पर सत्य की विजय, बुराई पर अच्छाई की विजय, अधर्म पर धर्म की विजय, पाप पर पुण्य की विजय का प्रतीक दशहरा है l विजयादशमी, आयुध पर्व आदि दशहरा के अन्य नाम है l राजा राम ने लंका के असुर राजा रावण का वध किया था l इसलिए विजय दशमी का त्यौहार मनाया जाता है l 
    अश्विन मास शुक्ल पक्ष दशमी
     मनायी जाती है विश्व में विजय दशमी l 

विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनाएं 
गद्यकारा का नाम - सविता मिश्रा 
          (शिक्षिका, समाजसेविका और लेखिका ) 
पता - वाराणसी उत्तर प्रदेश 
स्वरचित और मौलिक रचना

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