भास्कर सिंह माणिक, कोंच जी द्वारा#सतर्क भारत समृद्ध भारत#

मंच को नमन
बदलाव अंतर्राष्ट्रीय मंच
आज और कल की विशेष प्रतियोगिता (25 और 26 अक्टूबर)
शीर्षक -सतर्क के भारत समृद्ध भारत
हमें मिलकर के अपना, 
भारत देश बचाना है।
हमें मिलकर के सतर्कता की,
 ज्योति जलाना है।।
है भारत में अनलॉकिंग की,
 प्रतिक्रिया गतिमान।
हमें मिलकर अपना ,
भारत समृद्ध बनाना है।।

हमें आदर सत्कार से,
सब को अपनाना है।
अपने भाई बंधु ,
कोरोना से बचाना है।।
तुम हाथ जोड़कर नमन करो,
न हाथ मिलाना।
रहो सतर्क ना करो कुतर्क,
यही बताना है।।

उत्सव का अपने घर में ,
आनंद मनाना है ।
अपने वतन का हर अभियान,
 सफल बनाना है।।
ना करें गंदगी कहीं ,
साफ-सफाई अपनाएं।
अखिल विश्व में सबसे सुंदर,
अपना देश सजाना है।।
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मैं घोषणा करता हूंँ कि यह रचना मौलिक स्वरचित है।
             भास्कर सिंह माणिक, कोंच

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