सादर समीक्षार्थ
विषय - संस्कार
विधा - साइली छंद
1 - संस्कार
मात्र एक
शब्द ही नहीं
संपूर्ण दर्शन
है ।
2 - सबके
हित समाहित
रहते संस्कारों में
अद्भुत है
विचार
3 - स्वयं
पर विश्वास
करना सिखाते हैं
संस्कार हम
सबको
4 - जीवन
प्रभु प्रदत
उपहार है यही
बताते हैं
संस्कार
5 - समग्र
विकास, जनहित
के पुण्य भाव
का संगम
संस्कार
6 - विपरीत
परिस्थितियों में
जीवन संदेश देते
संस्कार सभी
को
7 - निराशा
दूर कर
उत्साहित करते सदा
संस्कार, व्यक्ति
को
8 - जियो
और जीने
दो बताते संस्कार
सभी को
यहाँ
9 - धर्म
का मूलमंत्र
छुपा है संस्कारों
में ही
देखो
10 - सुखी
रहें सब
संस्कार ही सिखाते
हैं हम
सबको
11 - वैमनस्य
त्याग परस्पर
प्रेम सिखाते हैं
संस्कार हम
सबको
12 -- ईश्वर
के प्रति
दृढ़ विश्वास उपजाते
मन में
संस्कार
राजेश कुमार जैन
श्रीनगर गढ़वाल
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