कवयित्री ज्योत्सना झा जी द्वारा 'नारी शक्ति' विषय पर रचना

*"राष्ट्रीय - अंतरराष्ट्रीय बदलाव मंच"*नमन 
*सप्ताहिक प्रतियोगिता-*
नवरात्रा और नारी शक्ति 
*शीर्षक -* नारी शक्ति 
*दिनांक -* 23/10/2020

 चलो चलो ऽऽऽऽऽ
दरबार में..माता के भक्तों ऽऽऽऽ आज तो दिन है माता का ऽऽऽऽ
आज तो माता आएंगी .....
मेरी तेरी हम सबकी ऽऽऽ
झोली भर जाएंगी .ऽऽ....



 लूटेंगे खुशियां ऽऽमिलेंगे सब सुखऽऽ   कहां? 
माता के दरबार में ऽऽऽऽ....    बट बटेंगी शक्ति ऽऽमिटेंगे सब दुखऽऽ कहां ??माता के दरबार में .ऽऽऽ जो चाहो मिलेगा ...............   हर बंधन खुलेगा .... ........    कहां ????                          माता के दरबार में ऽऽऽऽऽ
चलो  चलो ऽऽऽऽ.....


 छोटे भी आए ऽऽऽ                  बड़े भी आएऽऽऽ                  कहां ????माता के दरबार मेंऽऽ
 भेदभाव नहीं है यहां ..कहां ???माता के दरबार में ...ऽऽऽ


 हम तुम समान ऽऽतुम हम समानऽऽ कहां ????             माता के दरबार में .ऽऽऽऽऽ....   चलो चलो ऽऽऽऽऽ




 रचय़िता 


 ज्योत्सना झा गोड्डा झारखंड

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