समृध्द भारत ,सर्तक भारत#बाबूराम सिंह कवि जी द्वारा खूबसूरत रचना#

बदलाव मंच को सादर नमन
25 से26- अक्टुबर - 2020
====प्रतियोगिता======
समृध्द भारत ,सर्तक भारत
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विश्व बन्धुत्व जिसकी पहचान, देता सुख शान्ति मुस्कान    ।
 सबके हित में अतुल अगाड़ी, है मेरा भारत महान। 
जय जवान और जय किसान, सबल राजनीति विज्ञान। सकल विश्व में अटल अनूठा है मेरा भारत महान। 

वीर सपुतों की यह खान ,सदा सत्य पर देते जान। 
हँसकर हक लेने देने में, है मेरा भारत महान। 
अवतरते यही पर भगवान, सदा होता हरि का गुणगान। 
हर में हरि का दर्शन करता है मेरा भारत महान। 

हरि भक्ति ले पथ पवमान, परमार्थ परहित अगुआन। 
सत्य धर्म और तप त्याग में है मेरा भारत महान। 
लिए भव्य सत्संग वितान, मानवता सूचितम सदज्ञान। 
विश्व गुरु गरिमामय जग में है मेरा भारत महान। 

रामायण गीता का ज्ञान, वेद शास्त्र    श्रुति महापुराण। ज्ञानोदधि सुचि लिए उर में है मेरा भारत महान। 
सिक्ख इसाई हिन्दु मुसलमान, सब हैं भारत की संतान। 
अनेकता में एकता का पुजारी है मेरा भारत महान। 

सभ्यता, संस्कृति सोपान, वन्दे मातरम ले सुचि ज्ञान। विश्व बाग का अनुपम माली है मेरा भारत महान  ।
कवि, लेखक, ज्ञानी विद्वान, सत्कर्मी धर्मी बलवान  ।
सत्यशिरोमणी संत सेवकों में है मेरा भारत महान। 

सत्य सुधा में कर स्नान, झूठ गरल    को देता छान। 
नीर क्षिर विवेक में माहीर है मेरा भारत महान। 
नेक नियत कर नेकी दान, विष भी पी करता मुस्कान   ।
सर्वस्व न्योछावर करने में है मेरा भारत महान। 

देव दयामय सर्व गुण खान, सबको देता मान सम्मान ।
अतिथि भव देव का पूजक है मेरा भारत महान। 
भारत भूमि की अद्भुत है छवि, वंदनरत्त है, बाबूराम कवि। 
हर दृष्टिकोण ,सर्व सम्मत से है मेरा भारत महान। 

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बाबूराम सिंह कवि
ग्राम -खुटहां, पोस्ट -विजयीपुर (भरपुरवा) जिला -गोपालगंज (बिहार) 
ईमेल -baburambhagat1604@gmail.com
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मैबाबूरराम सिंह बिहार निवासी  प्रमाणित करता हूँ कि यह रचन मेरी स्वलिखित व मौलिक है ।
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