कवि रमेश चन्द्र भाट जी द्वारा रचना “ऋषि अब्दुल कलाम"

बदलाव साहित्य मंच (राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय)
प्रतियोगिता 09 से 13 अक्टूबर' 2020
दिनांक--12-10-2020

शीर्षक- ऋषि अब्दुल कलाम
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स्वरचित रचना
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वह संतोषी अपरिग्रही,
सरल  और  निष्कलंक,
सादगी की  मूरत  महान,
पूंजी जिसकी स्वाभिमान,
वह ऋषि  अब्दुल कलाम।

  अखबार बांटे करी पढाई,
  बहन जोरा के गिरवी गहने,
  उच्चशिक्षा की फीस जुटाई,
  रामेश्वर   में   पलकर   बढा,
  वह ऋषि  अब्दुल  कलाम।

राकेट विद्या  का  वह ज्ञाता,
अग्नि त्रिशूल पृथ्वी आकाश,
नाग  मिसाइल  का  निर्माता,
पोकरण में बुद्धा सा मुस्काता,
वह  ऋषि    अब्दुल  कलाम।

  लिखी  मेरे  सपनों  का  भारत,
  इग्नाईट माइंड अग्नि  की उड़ान,
  इंडिया विजन2020 तेजस्वी मन,
  किया  कलमबद्ध  संचित  ज्ञान,
  वह   ऋषि   अब्दुल    कलाम।

पद्म भूषण    पद्म विभूषण,
भारत रत्न  गुणों  की खान,
विज्ञान के भगवान ने बढाई,
राष्ट्रपति  पद  की  भी शान,
वह ऋषि   अब्दुल  कलाम।

  हे  भारत   मेरा  देश  महान,
  उसे बनाओ तुम अच्छा जहाँ,
  अंतिम सांस तक  शिलांग में,
  बच्चों को देता रहा यह पैगाम,
  वह   ऋषि   अब्दुल   कलाम।

नाम-रमेश चंद्र भाट,
पता-टाईप-4/61-सी,
रावतभाटा, चितौड़गढ़,(राज.)

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