**प्रण*_*_
दीयों से दीवाली मनाएंगे हम।
पटाखे नहीं जलाएंगे हम।
शुद्ध आवो हवा बनाएंगे हम।
प्रदूषण नहीं फैलाएंगे हम।
सफाई अभियान चला के।
गली मोहल्लों को चमका के।
सबको गले से लगा के।
अपनाएंगे हम।।/
पटाखे नहीं जलाएंगे हम।
पशु पक्षियों को डरा के।
करेंगे नहीं अब धमाके ।
अवांछित कैमिकल फैला के।
नहीं ज़हर हवा में बढ़ाएंगे हम।/
पटाखे नहीं जलाएंगे हम।
चिंगारी और शोलों की।
बात नहीं तोप और गोलों की।
बोली बस हृदय के सच्चे बोलों की
गाएंगे मिलकर नई वजम।//
पटाखे नहीं जलाएंगे हम ।
लैड कार्बन मोनआक्साइड से भरी।
बारूद क्रोमियम कोबाल्ट मरकरी।
बैरियम नाइट्रेट स्ट्रांशियम करे लाल हरी।
नहीं इनसे अब लुभाएंगे हम।//
पटाखे नहीं जलाएंगे हम।
लायेंगे सामान्य वायु गुणवत्ता सूचकांक को।
करेंगे ऊंचा शुद्धता में भारत के क्रमांक को।
आंखो में लायेंगे मन के
गलनांक को।
ग़म इतना खायेंगे हम।//
पटाखे नहीं जलाएंगे हम।
शुद्ध सकल समर्थ समृद्ध हो पर्यावरण।
आएं हम सब मिलकर राष्ट्रीयता की शरण।
मिटा दें उंच नीच, छुआ छूत का कारण करण।
जिनपिंग बाइडन इमरान सुनो,
है भारत ही तारण तरण।
करके हम एक दूजे का मन से वरण ।
मिटाएंगे सबके ज़ख्म।//
पटाखे नहीं जलाएंगे हम।। दीयों से दीवाली मनाएंगे हम।।
*_मौलिक_*
एल. एस. तोमर
तीर्थांकर महावीर विश्व विद्यालय मुरादाबाद यूपी
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