कवयित्री मीनू मीनल जी द्वारा रचना “जय-जय काली”

*जय- जय काली*

जय- जय काली, जय महाकाली
काली -काली तू , माँ महाकाली

 तू है भवानी खप्परवाली 
   दानव दलन करनेवाली 
       कष्टों को तू हरनेवाली 

जय -जय काली, जय महाकाली।
काली-काली तू ,मांँ महाकाली।।

 मंगलकारी दुख हरनेवाली
   सबपर दया माँ करने वाली 
    झोली भक्तों की भरने वाली

 जय जय काली ,जय महाकाली
 काली-काली तू, मांँ महाकाली।

 जंतर-मंतर मायावाली
  जोगन के संग रमनेवाली
   कृपा सभी पर करने वाली 

जय -जय काली, जय  महाकाली।
काली -काली तू , माँ महाकाली।।


*मीनू  मीनल*

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